संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा जम्मू-कश्मीर मुद्दा उठाए जाने के बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम सचिव भविका मंगलानंदन ने पाकिस्तान पर वैश्विक आतंकवाद में संलिप्तता का आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से सीमा पार आतंकवाद को अपनी राज्य नीति के रूप में इस्तेमाल करता रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान का आतंकवाद को समर्थन देना “अनिवार्य रूप से परिणाम लाएगा।”
शरीफ के यूएन भाषण में कश्मीर मुद्दा उठाने और अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग पर भारत की प्रथम सचिव भविका मंगलानंदन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, जिसकी पहचान आतंकवाद और अपराधों से जुड़ी है, ने भारत जैसे लोकतंत्र पर हमला करने का साहस दिखाया है। मंगलानंदन ने 2001 के संसद हमले और 2008 के मुंबई हमलों का हवाला देकर पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों पर जोर दिया और चेताया कि पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन का परिणाम अवश्य भुगतना पड़ेगा।