पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट ने राज्य में चिकित्सा पेशेवरों पर बढ़ती हिंसा की घटनाओं पर चिंता जताई है। डॉक्टरों ने धमकी दी है कि अगर 30 सितंबर 2024 को होने वाली सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो वे नए सिरे से विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे। उनकी नाराज़गी मरीजों के रिश्तेदारों द्वारा डॉक्टरों पर लगातार किए जा रहे हमलों से है, जो अक्सर इलाज के परिणामों को लेकर होने वाले विवादों के बाद होते हैं, जिससे अस्पतालों में हिंसा की समस्या सामने आ रही है।
डॉक्टरों ने अस्पतालों में मजबूत कानूनी सुरक्षा और सुरक्षा उपायों के सख्त क्रियान्वयन की मांग की है। यह एक गंभीर मुद्दा बन चुका है, क्योंकि अतीत में भी मेडिकल पेशेवरों द्वारा कई बार विरोध प्रदर्शन और हड़तालें देखी गई हैं। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का परिणाम महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इससे अगले कदम तय हो सकते हैं, जिससे यदि डॉक्टरों की मांगें पूरी नहीं होतीं तो चिकित्सा सेवाओं में व्यापक रूप से बाधा आ सकती है।