गुजरात में मानव मेटाप्न्यूमोवायरस (HMPV) का एक पुष्ट मामला सामने आया है। यह भारत में HMPV का तीसरा मामला है। राजस्थान के डूंगरपुर जिले के एक दो महीने के बच्चे में इस वायरस की पुष्टि हुई है। बच्चे को अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने जनता को घबराने की जरूरत नहीं होने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि HMPV के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे ही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने पर्याप्त स्वास्थ्य संसाधन तैयार कर रखे हैं और सरकारी अस्पतालों में HMPV की जांच की सुविधा उपलब्ध है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है। मंत्रालय ने बताया कि देश में HMPV से जुड़ी सांस की बीमारियों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि यह वायरस वैश्विक स्तर पर फैल रहा है और भारत में भी इसका प्रसार हो रहा है, लेकिन देश में मजबूत निगरानी प्रणाली होने के कारण इस पर नियंत्रण रखा जा सकता है।
विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने और एहतियाती उपाय अपनाने की सलाह दी है। इनमें मास्क पहनना, हाथ धोने की आदत अपनाना, और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना शामिल है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यह भी आगाह किया है कि HMPV के लिए फिलहाल कोई टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए एंटीवायरल दवाओं के अति प्रयोग से बचना चाहिए।
एहतियाती उपाय
स्वास्थ्य विभाग ने HMPV से बचने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
- मास्क पहनें: विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का उपयोग करें।
- हाथों की सफाई: साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
- श्वसन शिष्टाचार: खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को टिशू या अपनी कोहनी से ढकें।
- बीमार व्यक्तियों से दूरी बनाएं: संक्रमित लोगों के संपर्क से बचें।
- घर पर रहें: अगर आपको खांसी, बुखार या अन्य फ्लू जैसे लक्षण हैं, तो घर पर रहें और डॉक्टर से सलाह लें।
HMPV क्या है?
मानव मेटाप्न्यूमोवायरस एक श्वसन वायरस है, जो बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को प्रभावित कर सकता है। इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में कठिनाई शामिल है। गंभीर मामलों में यह ब्रोंकाइटिस या निमोनिया का कारण बन सकता है।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां
गुजरात में स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में सभी सरकारी अस्पतालों में HMPV की जांच की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने जनता से अपील की है कि किसी भी तरह की जानकारी या जांच के लिए सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों से संपर्क करें।
फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और जनता को घबराने की बजाय सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि हम एहतियाती उपायों का पालन करते हैं, तो इस वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है।